<p><img src=*https://www.sanjeevnitoday.com/resources/uploads/NEWALLNEWS/2020/13012021/big-statement-of-sakshi-maharaj-said-farmer-movement-is-not-against-the-agricultural-laws-but-the-pain-of-caanrc_431645.jpg* /> <p><strong>नई दिल्ली। </strong>तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 48वां दिन है। किसानों के इस शांत आंदोलन की ‘ताकत’ भी लगातार बढ़ती जा रही है। ठंड और बारिश की परवाह किए बिना हरियाणा, पंजाब, यूपी, राजस्थान समेत अन्य राज्यों से किसानों के जत्थे रसद के साथ लगातार धरनास्थल पर पहुंच रहे हैं। इस बीच उन्नाव से भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज का एक बड़ा बयान सामने आया है। </p>
<p>साक्षी महाराज ने कहा है कि, ये किसान आंदोलन कृषि कानूनों के खिलाफ नहीं है बल्कि यह दर्द CAA-NRC का है। मंगलवार को अपने जन्मदिन के मौके पर साक्षी महराज ने कहा कि, किसान आंदोलन में सभी किसान नहीं हैं, कुछ लोग किसान हैं, वहीं जो असली किसान हैं वो तो खेतों में काम कर रहे हैं। </p>
<p><img alt="The big statement of the farmer leader said The farmer will either win or die this is an ideological movement that cannot be finished" src="https://www.sanjeevnitoday.com/resources/uploads/NEWALLNEWS/2020/13012021/the-big-statement-of-the-farmer-leader-said--the-farmer-will-either-win-or-die-this-is-an-ideological-movement-that-cannot-be-finished_431605.jpg" /></p>
<p>भाजपा सांसद ने कहा कि ये आंदोलन किसान कानूनों को लेकर नहीं हो रहा है बल्कि निशाना कहीं है और इरादे कुछ और हैं। यह दर्द CAA-NRC का है। कुछ लोगों को अनुच्‍छेद 370 हटाने का दर्द है और जो अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर बन रहा है उसका दर्द है। साक्षी महाराज ने कहा यह ठीक उसी तरह ही है कि, खिसियानी बिल्ली खंभा नोच रही है, वरना किसान तो खेतों में काम कर रहा है।</p>
<p>साक्षी महाराज ने कहा कि प्रदर्शन करने वालों में कुछ भटके हुए किसान हैं। अगर आपको किसान देखना है तो गंज मुरादाबाद में किसान सम्मेलन है, आप चलिए मैं दिखाऊंगा आपको। वहां किसान खेतों में काम कर रहा है और जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, उनमें कुछ भटके हुए किसान हैं और कुछ लोग किसान नहीं बहुत बड़े व्यापारी हैं।</p>
<p><img alt="Delhi Chalo March" src="https://www.sanjeevnitoday.com/gallery/181495.jpg" /></p>
<p>इसके साथ ही साक्षी महाराज ने कहा कि, वहां कोई 500 बीघे का जोतेदार है तो कोई 1000 बीघे का। ऐसे ही लोगों के पेट में दर्द है। सारे देश में आंदोलन नहीं हो रहा, बस केवल दो-तीन जगह हो रहा है। पंजाब से लोग आ रहे हैं सिंधु बॉर्डर पर, हरियाणा के बॉर्डर पर आ रहे हैं राजस्थान से, क्योंकि दोनों जगह ही कांग्रेस की सरकार है।</p>
<p><strong>यह खबर भी पढ़े:</strong> मुख्यमंत्री योगी ने किया प्रदेश के सबसे ऊंचे तिरंगे का लोकार्पण, 15 किलोमीटर दूर से ही बनेगा गोरखपुर की पहचान </p>
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नई दिल्ली। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 48वां दिन है। किसानों के इस शांत आंदोलन की ‘ताकत’ भी लगातार बढ़ती जा रही है। ठंड और बारिश की परवाह किए बिना हरियाणा, पंजाब, यूपी, राजस्थान समेत अन्य राज्यों से किसानों के जत्थे रसद के साथ लगातार धरनास्थल पर पहुंच रहे हैं। इस बीच उन्नाव से भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज का एक बड़ा बयान सामने आया है।
साक्षी महाराज ने कहा है कि, ये किसान आंदोलन कृषि कानूनों के खिलाफ नहीं है बल्कि यह दर्द CAA-NRC का है। मंगलवार को अपने जन्मदिन के मौके पर साक्षी महराज ने कहा कि, किसान आंदोलन में सभी किसान नहीं हैं, कुछ लोग किसान हैं, वहीं जो असली किसान हैं वो तो खेतों में काम कर रहे हैं।

भाजपा सांसद ने कहा कि ये आंदोलन किसान कानूनों को लेकर नहीं हो रहा है बल्कि निशाना कहीं है और इरादे कुछ और हैं। यह दर्द CAA-NRC का है। कुछ लोगों को अनुच्छेद 370 हटाने का दर्द है और जो अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर बन रहा है उसका दर्द है। साक्षी महाराज ने कहा यह ठीक उसी तरह ही है कि, खिसियानी बिल्ली खंभा नोच रही है, वरना किसान तो खेतों में काम कर रहा है।
साक्षी महाराज ने कहा कि प्रदर्शन करने वालों में कुछ भटके हुए किसान हैं। अगर आपको किसान देखना है तो गंज मुरादाबाद में किसान सम्मेलन है, आप चलिए मैं दिखाऊंगा आपको। वहां किसान खेतों में काम कर रहा है और जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, उनमें कुछ भटके हुए किसान हैं और कुछ लोग किसान नहीं बहुत बड़े व्यापारी हैं।

इसके साथ ही साक्षी महाराज ने कहा कि, वहां कोई 500 बीघे का जोतेदार है तो कोई 1000 बीघे का। ऐसे ही लोगों के पेट में दर्द है। सारे देश में आंदोलन नहीं हो रहा, बस केवल दो-तीन जगह हो रहा है। पंजाब से लोग आ रहे हैं सिंधु बॉर्डर पर, हरियाणा के बॉर्डर पर आ रहे हैं राजस्थान से, क्योंकि दोनों जगह ही कांग्रेस की सरकार है।
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