<p><img src=*https://www.sanjeevnitoday.com/resources/uploads/NEWALLNEWS/2020/02122020/farmers-protest-against-agricultural-laws-agriculture-minister-and-piyush-goyal-meet-shah_418833.jpg* /> <p style="text-align: justify;">नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरुद्ध किसानों का प्रदर्शन चल रहा है। बीते लगभग एक हफ्ते से दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान जुटे हुए हैं। भारत सरकार और किसान संगठनों के मध्य बीते कल बातचीत भी हुई, किन्तु उसमें कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया।</p>
<p style="text-align: justify;">लिहाजा किसानों ने बोला है कि उनका आंदोलन तबतक चलता रहेगा, जबतक कि ये कानून वापस नहीं हो जाते हैं। वहीं इस बीच केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है।</p>
<p style="text-align: justify;">ख़बरों की माने तो, किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के सदस्य ने बोला कि हमारी जो कल बैठक हुई उसमें सरकार ने एक कमेटी तैयार करने की बात कही, किन्तु हमने पहले भी देखा है कि भारत में कुछ भी घपला होता है तो उसके लिए कमेटी तैयार होती है लेकिन आज तक किसी भी कमेटी का हल नहीं निकला इसलिए हमारी मांग है कृषि कानूनों को शीघ्र रद्द किया जाए।</p>
<p style="text-align: justify;">जानकारी के मुताबिक पिछले मंगलवार को लगभग 35 किसान संगठनों और भारत सरकार के बीच बैठक हुई। इसमें कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल सहित दूसरे नेता शामिल रहे। किसानों को एमएसपी पर प्रेजेंटेशन प्रदान की गई, साथ ही मंडी सिस्टम को लेकर सूचना दी गई। </p>
<p style="text-align: justify;">हालांकि, किसानों का एक ही सवाल रहा कि क्या सरकार एमएसपी को कानून का भाग बनाएगी। जब बातचीत खत्म हुई तो कोई ठोस हल नहीं निकल सका। जिसके बाद किसानों ने बोला कि उनका आंदोलन चलता रहेगा।</p>
<p style="text-align: justify;">जानकारी के मुताबिक, आज पंजाब-हरियाणा से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली कूच कर सकते हैं। जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस तेज हो गई है, पुलिस ने बॉर्डर पर पूर्व ही सुरक्षा बढ़ाई हुई है जिसे और भी सख्त किया जा रहा है। जिससे किसान किसी तरह राजधानी में ना दाखिल हो सकें। </p>
<p><strong>यह खबर भी पढ़े:</strong> तमिलनाडु : 3 से 4 दिसम्बर के बीच राज्य के तट को पार करेगा चक्रवाती तूफ़ान 'बुरेवी'</p>
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नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरुद्ध किसानों का प्रदर्शन चल रहा है। बीते लगभग एक हफ्ते से दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान जुटे हुए हैं। भारत सरकार और किसान संगठनों के मध्य बीते कल बातचीत भी हुई, किन्तु उसमें कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया।
लिहाजा किसानों ने बोला है कि उनका आंदोलन तबतक चलता रहेगा, जबतक कि ये कानून वापस नहीं हो जाते हैं। वहीं इस बीच केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है।
ख़बरों की माने तो, किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के सदस्य ने बोला कि हमारी जो कल बैठक हुई उसमें सरकार ने एक कमेटी तैयार करने की बात कही, किन्तु हमने पहले भी देखा है कि भारत में कुछ भी घपला होता है तो उसके लिए कमेटी तैयार होती है लेकिन आज तक किसी भी कमेटी का हल नहीं निकला इसलिए हमारी मांग है कृषि कानूनों को शीघ्र रद्द किया जाए।
जानकारी के मुताबिक पिछले मंगलवार को लगभग 35 किसान संगठनों और भारत सरकार के बीच बैठक हुई। इसमें कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल सहित दूसरे नेता शामिल रहे। किसानों को एमएसपी पर प्रेजेंटेशन प्रदान की गई, साथ ही मंडी सिस्टम को लेकर सूचना दी गई।
हालांकि, किसानों का एक ही सवाल रहा कि क्या सरकार एमएसपी को कानून का भाग बनाएगी। जब बातचीत खत्म हुई तो कोई ठोस हल नहीं निकल सका। जिसके बाद किसानों ने बोला कि उनका आंदोलन चलता रहेगा।
जानकारी के मुताबिक, आज पंजाब-हरियाणा से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली कूच कर सकते हैं। जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस तेज हो गई है, पुलिस ने बॉर्डर पर पूर्व ही सुरक्षा बढ़ाई हुई है जिसे और भी सख्त किया जा रहा है। जिससे किसान किसी तरह राजधानी में ना दाखिल हो सकें।
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